Thursday, February 1, 2024

नैना जायसवाल 22 साल की उम्र में डॉक्टरेट प्राप्त करने वाली पहली भारतीय बनीं।

अदिकवि नन्नया विश्वविद्यालय, राजमहेंद्रवरम, आंध्र प्रदेश के XIII, XIV और XV समारोह समापन समारोह में, जो 31 जनवरी 2024 को हुआ, वहाँ पर आदरणीय आंध्र प्रदेश राज्यपाल, श्री सैयद अब्दुल नज़ीर जी, ने अंतरराष्ट्रीय टेबल टेनिस खिलाड़ी नैना जयस्वाल (हॉलटिकेट नंबर 17102001) को PhD डॉक्टरेट प्रमाणपत्र प्रदान किया। इस घडी में इंफोसिस फाउंडेशन की चेयरपर्सन सुधा मूर्ति को एक सम्माननीय डॉक्टरेट से भी सम्मानित किया।
गत वर्ष 2023, 31 मार्च को डॉक्टरेट परीक्षा का रिजल्ट घोषित किया गया था जिसका कनवोकेशन समारोह 31 जनवरी 2024 को किया गया| इससे पहले नैना जैस्वाल ने 8 वर्ष की आयु में दसवीं की परीक्षा पास की| 10 वर्ष की आयु में बारवी की परीक्षा पास की| 13 साल की आयु में पत्रिकारिका में स्नातक किया और 15 साल की उम्र में पोस्ट-ग्रेजुएशन (राजनीती विज्ञान)  करने वाली हिन्दुस्तान की पहली महिला बानी| 16 साल की आयु में पी.एच.डी में दाखिला लिया| 
वह टेबल टेनिस में नेशनल चैंपियन रह चुकी और साउथ एशियाई चैंपियन रह चुकी है| वर्तमान में वोह अंतराष्ट्रीय खिलाडी है| 
पिछले महीने वर्ल्ड टेबल टेनिस स्टार कन्टेंडर खेलस्पर्धा में भाग लिया| जो की गोवा में आयोजित हुआ था| इसी के साथ साथ दोनों हाथो से लिखती है जिसे हम अम्बीडेक्सट्रॉस कहते है| A-Z  दो सेकंड में टाइप करती है और रामायण के 108 मंत्र और गीता कंठस्थ है| और ये एक अंतराष्ट्रीय प्रेरक वक्ता है| अमेरिका, दुबई, ओमान और सिंगापुर जैसे देशो में अपने प्रेरणा दायक भाषण के लिए जानी जाती है|

यही नहीं, नैना जैस्वाल ने अपनी माँ भाग्यलक्ष्मी जैस्वाल के साथ मिलकर वकालत की परीक्षा पास की और अपने पिता, अश्वनी कुमार जैस्वाल के साथ वकालत के दाव-पेच की महारथ हासिल करने की तैयारी में है|

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